कुछ भी हो जलजला प्रसिद्ध हो गए अपनी उलटी हरकतों से वर्ना उन्हें इतनी प्रसिद्धि नहीं मिलाती कभी. ये भी एक तरीका है खुद को परसिद्ध करने का. लेकिन ऐसा तरीका श्री जलजलाजी ही अपना सकते हैं.
अजय. तुमने जिस पात्र को पट्टी बांधे हुए दिखाया है वह कुछ और ही दिखता है इसलिए शायद कुछ लोगों को समझने में दिक्कत हुई है। अब दिक्कत का क्या है भाई लोगों ने एक ब्लागर को भी लाल शर्ट की वजह से न जाने क्या-क्या समझ लिया है। मैं अच्छे से जानता हूं तुम्हारी मंशा वैसी नहीं थी. अपने किसी भी प्रयास से हमारे प्रियजन नाराज न हो इसका प्रयास हमें करना चाहिए। तुमने तत्काल ही अपनी भावना प्रकट कर दी इसके लिए तुम साधुवाद के पात्र हो।
जलजला अंकल लाल शर्ट और हरी पैंट पहन कर अपनी काली कार में बैट कर निकल लो अब ब्लॉग की दुनिया में आपका कोई काम नहीं है .. या तो सही ढंग से अपना परिचय दे कर सामने आओ ...
अजय जी सबसे पहले इस कार्टून में कुछ सुधार की जरूरत है -1 -शर्ट की जगह पीटने वाले को टी.शर्ट पहनाइए / 2 -जलजला पगड़ी नहीं पहनता है ,इस बात में कोई शक नहीं है / 3 -जलजला आया था और पूरे सभा में मोजूद रहा / 4 -इस सभा में इतना असभ्य ब्लोगर कोई भी नहीं था जो जलजला को पीटने का कुकर्म करता ,बल्कि सबने जलजला को सम्मान दिया / आशा है इस सम्मान के बाद अब जलजला ऐसी वैसी कोई हरकत नहीं करेगा /
honesty project democracy जी मेरा कैरेक्टर पगढ़ी नहीं कई जूते पड़ने के बाद सिर पर जख्मों के उपचार हेतु पट्टी बांधे है..आशा है इस सम्मान के बाद अब जलजला ऐसी वैसी कोई हरकत नहीं करेगा
पिछले 24 वर्षों से पत्रकारिता में पत्रकार-कार्टूनिस्ट और ग्राफिक डिजाइनर के रूप में कार्यरत. दैनिक नवभारत, दैनिक भास्कर, हिंदुस्तान टाइम्स और दैनिक हरिभूमि,राजस्थान पत्रिका रायपुर (छत्तीसगढ़) में कार्यानुभव. वर्तमान में नई दुनिया (दैनिक जागरण ग्रुप)रायपुर संस्करण में कार्यरत . मेरे बनाए ग्राफिक्स को देखने के लिए देखें मेरा दूसरा ब्लॉग-artistajay.blogspot.com
मोबाईल नंबर 09303508176. और 07389921927
22 comments:
हा हा हा..............
हां भाई, जलजला ने लाल टीशर्ट में आने की घोषणा की थी, लेकिन यह बात इन्हे तो पता ना थी। बेचारे लाल टीशर्ट पहन कर चले आए, और खामखां में पिट गए..........
badhiyaa!!
वाह!
कुछ भी हो जलजला प्रसिद्ध हो गए अपनी उलटी हरकतों से वर्ना उन्हें इतनी प्रसिद्धि नहीं मिलाती कभी. ये भी एक तरीका है खुद को परसिद्ध करने का. लेकिन ऐसा तरीका श्री जलजलाजी ही अपना सकते हैं.
अजय बहुत खूब...
तुमने अच्छा कार्टून बनाया है.. फिलहाल तो हंस रहा हूं।
नपुंसक कायरों के साथ इससे भी बुरा बर्ताब होना चाहिए
फिर सही किया है आपने
मित्रों मेरे इस व्यंग चित्र का पीएस पाबला जी से कोई संबंध नहीं है..मै कभी एसा सोच भी नहीं सकता
लेकिन लाल में तो कई लाल थे मिलन स्थल पर (आँखो देखी)
बेचारा यही क्यों पिटा
शुक्र है कि मैं लाल शर्ट पहनने के बावजूद बच गया...:-)
हा...हा...हा...
बहुत ही मज़ेदार कार्टून बनाया है भाई आपने...
सौ में से सौ नंबर आपके साइंस ऑफ ह्यूमर को
मज़ा आ गया जी फुल्ल बटा फुल्ल
बहुत ही मज़ेदार
बेचारे!!!!
अजय.
तुमने जिस पात्र को पट्टी बांधे हुए दिखाया है वह कुछ और ही दिखता है इसलिए शायद कुछ लोगों को समझने में दिक्कत हुई है। अब दिक्कत का क्या है भाई लोगों ने एक ब्लागर को भी लाल शर्ट की वजह से न जाने क्या-क्या समझ लिया है। मैं अच्छे से जानता हूं तुम्हारी मंशा वैसी नहीं थी.
अपने किसी भी प्रयास से हमारे प्रियजन नाराज न हो इसका प्रयास हमें करना चाहिए। तुमने तत्काल ही अपनी भावना प्रकट कर दी इसके लिए तुम साधुवाद के पात्र हो।
ओहो, बेचारा बिना मतलब ही पिट गया
जलजला अंकल लाल शर्ट और हरी पैंट पहन कर अपनी काली कार में बैट कर निकल लो अब ब्लॉग की दुनिया में आपका कोई काम नहीं है .. या तो सही ढंग से अपना परिचय दे कर सामने आओ ...
:'
जलजला ..हाथ मला
अजय जी सबसे पहले इस कार्टून में कुछ सुधार की जरूरत है -1 -शर्ट की जगह पीटने वाले को टी.शर्ट पहनाइए /
2 -जलजला पगड़ी नहीं पहनता है ,इस बात में कोई शक नहीं है /
3 -जलजला आया था और पूरे सभा में मोजूद रहा /
4 -इस सभा में इतना असभ्य ब्लोगर कोई भी नहीं था जो
जलजला को पीटने का कुकर्म करता ,बल्कि सबने जलजला को सम्मान दिया / आशा है इस सम्मान के बाद अब जलजला ऐसी वैसी कोई हरकत नहीं करेगा /
हा हा हा..............!!
बहुत खूब
honesty project democracy जी मेरा कैरेक्टर पगढ़ी नहीं कई जूते पड़ने के बाद सिर पर जख्मों के उपचार हेतु पट्टी बांधे है..आशा है इस सम्मान के बाद अब जलजला ऐसी वैसी कोई हरकत नहीं करेगा
मेरी पोस्ट पर सभी टिप्पिणीदातोओं का तहे दिल से धन्यवाद...
ha ha ha ha ha ha ha ha !!!!!!!!!!!!!!!
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