पद की गरिमा घटी बढ़ा काम वासना रोग...!!! (कार्टून)
>> Wednesday, June 9, 2010
हरियाणा के पूर्व डीजीपी एसपीएस राठौड़ का मामला
अभी पूरी तरह शांत भी नहीं हुआ है कि प्रदेश के एक
और पूर्व सीनियर पुलिस ऑफिसर के खिलाफ छेड़छाड़
का मामले में केस दर्ज किया गया है। पूर्व आईजी
एम . एस . अहलावट के खिलाफ कथित छेड़छाड़ का
यह मामला भी आठ साल पुराना है।
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घर में निरूपमा राय और बाहर मल्लिका शेरावत ...?
>> Tuesday, June 8, 2010
ऐसा क्यों है कि भीड़ में या
सूनसान में अकेली लड़की को पा कर
मर्दो के अंदर का ‘रावण’ जाग ही जाता है..... ????
वॉइस ब्लागिंग में फर्जी ब्लागर कांव-कांव नहीं कर पाएंगे (कार्टून)
>> Sunday, June 6, 2010
नोट- साथियों वॉइस ब्लागिंग
में कमेंन्टस करने वाले की आवाज
की पहचान तो की ही जा सकती है साथ ही
इस्तेमाल किए जाने वाले फोन नंबर की भी जानकारी
हो जाती है..ऐसे में ये फर्जी यहां पर अपनी टांग उठा
कर किसी के भी ब्लाग में गंदगी तो फैला
ही नहीं सकते......बाकी कमीनों की तो
कमी नहीं है देश में.....
ब्लाग जगत के लिए भी हो सैंसर बोर्ड का गठन
>> Wednesday, June 2, 2010
गलती से कल देर रात राजकुमार सोनी जी का ब्लाग ‘बिगुल’ खोला और उत्सुकतावश और थोड़ा सा डरते-सहमते उनकी पोस्ट-’ खूनी महल के दरवाजे में प्यासा हैवान और चीखती लाश’ पढने लगा अचानक लाईट चली गई..फिर क्या था ..लगा कि कमरे में रामसे ब्रदर्स के सारे मरे,जले, कटे,गले भूतहा पात्र इकठ्ठा हो गए हैं..हनुमान जी को स्मरण करता हुआ बुदबुदाने लगा..‘भूत-पिशाच निकट नहीं आए महावीर जब नाम सुनावें.’...अपनी धर्मपत्नी को धीरे से आवाज लगाई पर वो तो मानो घोड़ो का पूरा अस्तबल बेच कर सो रही थीं ..मुझे तो वो भी रामसे अंकल की एक कैरेक्टर लगने लगी थी..स्साले मोहल्ले को आवारा कुत्तों को भी तभी अपनी प्रेमिकाओं के याद में जोर-जोर से रोना था..तभी लघुशंका महसूस हुई..आज तो बाथरूम का दरवाजा भी कर्रर्रर्रर्र करता हुआ मुझे डरा रहा था ..सोनी जी की लिस्ट वाली मोमबत्ती भी घर जाने कहां रखी थी..जैसे-तैसे पलंग तक पहूंचा और इतनी गर्मी में भी मुंह ढांक कर सो गया खैर दिन भर की थकान के कारण नींद तो आई पर सोनी जी की पोस्ट के सारे कमीने भूत एक कर के मेरे सपने में आए....किसी ने मुझे नोंचा, किसी ने काटा, कोई मेरा हाथ चबा गया, कोई मेरा पांव..कोई मेरा..... जब हडबडा कर जगा तो गला सूख चुका था ..सबसे पहले अपने शरीर को ठठोल कर देखा..गनीमत सब अपनी जगह पर सही सलामत था। क्या है कि पेशे से कलाकार होने के नाते जो कुछ भी पढ़ता-सुनता हूं दिमाग उसकी कल्पना भी साथ-साथ शुरू कर देता है..यूं तो मैं तीन-तीन जिंदा इंसानों में भारी हूं..और अंधश्रध्दा र्निमूलन समिति का सक्रिय सदस्य भी हूं..पर जब से ब्लाग जगत से जुड़ा हूं और भूतनाथ, भूतनी,चुडैल, जलजला जैसे लोग मेरे ब्लाग में प्रकट होने लगे हैं शैतानी शक्तियों की इस दुनिया में मौजूदगी का अहसास होने
लगा है।
मेरा निवेदन है सोनी जी जैसे महान स्क्रिप्ट राईटरों से -भईया कृपया इस टाईप की पोस्ट के उपर कमजोर दिल वाले इसे न पढ़े जरूर लिखा करें....अन्यथा ब्लाग जगत के लिए भी एक सैंसर बोर्ड का गठन बेहद जरूरी हो गया है। वरना किसी दिन कोई मेरे जैसे भले ब्लागर का ‘हमेशा’ के लिए भला हो जाएगा..। Read more...
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